MRP की फुल फॉर्म क्या है ।
M.R.P. की फुल फॉर्म - MAXIMUM RETAIL PRIZE
M.R.P. के बारे में कुछ रोचक बाते
यह एक कंपनी की गणना की गई कीमत है जो की भारत व बंगलादेश में बेचे जाने वाले उत्पादो पर सबसे अधिक कीमत पर लगाया जाता है । हालाँकि दुकानदार उत्पादों को MRP से कम कीमत पर बेचने का चयन कर सकते है लेकिन भारत में लगभग सभी उत्पादों को MRP के साथ चिन्हित किया जाता है की दुकानदार उस उत्पाद को MRP से अधिक कीमत पर बेच नहीं सकता है ।
M.R.P. LAW
Consumer Goods ACT 2006 के अनुसार भारत में कोई भी Consumer Goods को बेचने के लिए product के अधिकतम मूल्य को पैकेट में छापना आवश्यक है ।
तथा अलग अलग देशो में MRP की अलग अलग नीतिया है।
WHY WE NEED TO DECIDE MRP
Product का MRP तय करना goods product के हाथ में होता है । कम्पनी द्वारा बनाये गए समान को दुकानदार तक पहुंचाने में जो खर्चा होता है उसको जोड़ कर कम्पनी अपने समान की एक कीमत तय करता है जो की अधिकतम होती है और कोई भी दुकानदार उस समान को उससे अधिक कीमत पर बेच नहीं सकता है।
MRP की जरुरत
जब MRP का कोई कानून नहीं होता था तब बड़े व्यापारी product को बेचने में अपनी मर्ज़ी से प्रोडक्ट की कीमत रखते थे जिसका खामयाजा consumer को भुगतना पड़ता था तथा market में छोटे तथा बड़े व्यापारियों में competition को काम करना भी इसका उदेश्य था
इसका मुख्य उद्देश्य consumer के अधिकारों की रक्षा करना था इन्ही कारणों से हमें एमआरपी की जरुरत पड़
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